नक्सलियों ने अरवल में बीजेपी नेता दीपक शर्मा से पर्चा चिपकाकर 20 लाख रुपये की लेवी मांगी है। रुपये नहीं देने पर तीन माह के अंदर मौत की सजा देने का फरमान भी सुनाया है। यह पर्चा अरवल जिले के मेंहदिया थाना क्षेत्र के उसरी बाजार में चार जगहों पर चिपकाया गया था। यहां दीपक शर्मा का करीब रोज का आना-जाना होता है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बता दें कि दीपक शर्मा बीजेपी के किसान प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष हैं। विधान सभा चुनाव 2020 में वे अरवल से बीजेपी के प्रत्याशी भी थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ उनके पक्ष में चुनाव प्रचार को भी आए थे.
चिपकाकर 20 लाख रुपये मांगने की जानकारी दी। उन्होंने पुलिस के बड़े अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की है। मेंहदिया पुलिस थाना में एफआइआर भी दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि वे किसान आंदोलन के विरुद्ध सक्रिय रहे हैं। कृषि कानूनों के समर्थन में लगातार किसानों को जागरूक करते रहे। वे हमेशा से कहते रहे हैं कि माओवादियों ने अरवल की फसल और नस्ल दोनों बर्बाद की है। इन कारणों से ही नक्सलियों ने उन्हें निशाने पर लिया है। मगर उनके डर से मैं राजनीति नहीं छोड़ सकता। हालांकि दीपक के परिवारवाले उनकी सुरक्षा को लेकर सहमे हुए हैं।
दीपक ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल में अरवल जिले से नक्सलियों की गतिविधयां समाप्त हो गई थी। इस बार यहां से भाकपा माले के प्रत्याशी महानंद प्रसाद जीतकर विधायक बने हैं और माओवादी फिर से सक्रिय हो रहे है.
दीपक अरवल जिले के तेलपा थाना क्षेत्र के बम्भई गांव के निवासी हैं। उसरी बाजार पड़ोस का ही गांव है। नक्सलियों में पर्चे में लिखा है कि भाजपा प्रत्याशी दीपक शर्मा को सूचित किया जाता है कि झूठे लोकतंत्र का भंडाफोड़ करो और सच्चे लोकतंत्र के लिए भाकपा माओवादी के नेतृत्व में पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए 20 लाख रुपये की सहयोग राशि दो। सहयोग राशि देने का पता फोन पर बताया जाएगा। यदि राशि देने में गद्दारी की तो तीन महीने के अंदर मौत की सजा दी जाएगी।