सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज थाना क्षेत्र में बीते दिनों शराब कारोबारियों द्वारा दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद पुलिस लगातार मामले की जांच में जुटी हुई है. जांच के दौरान पूरे मामले में मेजरगंज थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद और एसआई राजा अहमद की भूमिका संदिग्ध पायी गयी है.
इस बात के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन पर तरह-तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. इधर, मामले को तूल पकड़ता देख एसपी अनिल कुमार ने थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद और अवर निरीक्षक राजा अहमद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
सवालों के घेरे में थानाध्यक्ष
मिली जानकारी अनुसार घटना के दिन से ही थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद सवालों के घेरे में थे. उनके आलावा एसआई राजा अहमद को लेकर भी तरह-तरह की बातें कही जा रही थीं. ऐसे में एसपी ने सदर डीएसपी को पूरे मामले की जांच करने के साथ ही मामले में थानाध्यक्ष और एसआई की भूमिका और लापरवाही की जांच करने के आदेश दिए थे.
डीएसपी की रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई
इसी क्रम में रविवार को डीएसपी ने जांच रिपोर्ट एसपी को सौंप दी. रिपोर्ट में राजदेव प्रसाद और राजा अहमद की भूमिका पर सवाल खड़ा किए गए थे, इसी आधार पर एसपी ने दोनों को निलंबित कर दिया है. हालांकि, एसपी ने जारी आदेश में फिलहाल निलंबन के कारणों का उल्लेख नहीं किया है.
बीच में ही रुक गए थानाध्यक्ष
सूत्रों की मानें तो घटना के दिन शराब कारोबारी को पकड़ने के लिए दारोगा दिनेश राम बाइक से निकले थे और उनके पीछे थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद जीप से निकले थे. लेकिन किसी कारण से थानाध्यक्ष बीच में ही रुक गए थे. वे शराब कारोबारी के ठिकाने पर समय से नहीं पहुंच सके. ऐसे में कम पुलिस बल का फायदा उठाते हुए शराब कारोबारी ने दारोगा दिनेश राम की गोली मारकर हत्या कर दी थी. सीसीटीवी फुटेज से यह बात सामने आई है.