पटना. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर तेजप्रताप यादव के हमले के बाद बिहार में सियासत शुरू हो गई है. जेडीयू और बीजेपी ने आरजेडी पर पार्टी के बुजुर्ग और सीनियर नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है. इन दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि जान बूझकर पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को अपमानित किया जा रहा है तो वहीं कांग्रेस ने आरजेडी का बचाव करते हुए कहा कि यह उनका इंटरनल मामला है जगदानंद सिंह आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं.
तेजप्रताप यादव के बयान पर जदयू नेता और बिहार के पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि राजद में सीनियर नेताओ के अपमान पर तेजस्वी और लालू यादव चुप क्यों हैं. रघुवंश प्रसाद सिंह को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जगदानंद को तेजप्रताप ने हैसियत बताई, ऐसे में राजद के बुजुर्ग नेता हृदय रोग विशेषज्ञों के संपर्क में रहें.
तेजप्रताप यादव के बयान पर पर राजद के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने पार्टी की तरफ से बचाव किया है. मेहता ने कहा कि राजद के अंदर सब कुछ ठीक है. हमारे घर में किसी को झांकने की जरूरत नहीं. जो लोग सीनियर नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं वह अपनी पार्टी देखें. जदयू ने वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ क्या किया है. उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव का मामला व्यक्तिगत है. यहां राजद में किसी की उपेक्षा नहीं हो रही है यह सिर्फ पीआर का मामला है. उन्होंने तेजप्रताप यादव पर कार्रवाई के मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह हमारे परिवार का मामला है. हम मिल बैठ कर इस मामले को सुलझा लेंगे.