पूर्वी चंपारण: देश दुनिया में अपनी कला के बदौलत पहचान स्थापित करने वाले पूर्वी चंपारण जिले के बिजबनी घोड़ासहन निवासी मशहूर रेत कलाकार मधुरेंद्र कुमार का चयन तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान 2020 के लिए किया गया है। अंग मदद फाउंडेशन भागलपुर के स्वाधीनता सेनानी शुभकरण चूड़ीवाला की याद में तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे प्रतिष्ठित लोगों को सम्मान देती आ रही है। इस बार पूर्वी चंपारण के उभरते युवा कलाकार के तौर पर मधुरेंद्र कुमार जो निर्वाचन आयोग भारत सरकार द्वारा चयनित लोकसभा आम चुनाव के ब्रांड एंबेसडर व अंतरराष्ट्रीय रेत कला उत्सव के विजेता है का भी चयन किया गया हैं। इसकी जानकारी फाउंडेशन के संयोजक प्रसून लतांत ने ई-मेल के जरिए चिट्ठी पत्र भेज कर दी। श्री कुमार 1999 से कलाकारी कर रहे हैं। प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से फाइन आर्ट विषय से डिप्लोमा की पढ़ाई पूरी करने के बाद राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इनके असाधारण प्रतिभा को देख 2012 में पहली बार देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी इनकी कला की प्रशंसा की थी अपने दुर्लभ प्रतिभा को पहचानते हुए मधुरेंद्र अपनी कला में एक विशाल पहाड़ की भांति साधनारत रहते हैं। आज इनकी कला का डंका देश-विदेश में बजता है। अभी तक मधुरेंद्र सामाजिक सरोकार से जुड़े या किसी ज्वलंत विषयों पर हजारों से ज्यादा अपनी कलाकारी का अद्भुत नमूना पेश कर सैकड़ों पुरस्कार प्राप्त कर चुके है। श्री कुमार को यह सम्मान मिलने पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है। सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को हमारी तरफ से भी ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।