जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव को लॉकडाउन उलंघन करने के आरोप में पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी रोष है,जन अधिकार पार्टी के प्रदेश सचिव सह पिपरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अंकुश कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि “खेत खाए गदहा मार खाए जुलाहा” पप्पू यादव की गिरफ्तारी से सिद्ध हो गया कि बिहार की डबल इंजन की सरकार कितना नीच और ओछी है, की एक तरफ सेवा करने वाले पप्पू यादव को गिरफ्तार करवाती है वही स्वास्थ्य माफियाओं और एम्बुलेंस माफियाओ के सरदार सारण सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी को संरक्षण दे रही है ,श्री सिंह ने कहा कि जिस प्रकार पप्पू यादव ने सारण के सांसद का काले कारनामे को पूरी दुनिया के सामने दिखाया उससे भाजपा के नेताओं ने घबरा कर सत्ता का दुरुपयोग करते हुए जाप सुप्रिमो पप्पू यादव को गिरफ्तार करवाई है संबित पात्रा ने आज से 3 दिन पहले यह कहा था कि पप्पू यादव आप को भुगतना पड़ेगा श्री सिंह ने कहा कि बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार अपने आप को सुशासन की सरकार बोलते है क्या यही है सुशाशन की लोगो को दिन रात मदद करने वाले को जेल और एम्बुलेंस चोरी करने वाले को संरक्षण ,प्रदेश सचिव अंकुश कुमार सिंह ने कहा कि जाप सुप्रिमो पप्पू यादव की बढ़ती लोकप्रियता से सत्ता पक्ष घबरा गई है और अपने नाकामियों को छिपाने के लिए पप्पू यादव को गिरफ्तार कराया है ,लेकिन बिहार की जनता सबकुछ देख रही है हम बिहार के जनमानस से पैर पकड़ कर विन्रम निवेदन करते हैं कि बचा लीजिए अपने गरीबों के हमदर्द और बिहार के नायक श्री पप्पू यादव जी को नहीं तो इसके बाद कोई नहीं होगा हर जरूरतमंदों की जरूरत पूरा करने वाला आशु पूछने वाला आज भी आप देख रहे हैं कि बिहार में 243 विधायक 40 सांसदों और कुछ राज्यसभा सांसद कौन आपके दुख दर्द में शामिल होकर आपकी समस्याओं समाधान करता हैं वक्त है पप्पू यादव जी के कंधे को मजबूत करने का और उनकी रिहाई के लिए आप सब आगे आइये।। , कुछ संघी मानसिकता के लोग हैं जो पप्पू यादव के इतिहास पर बार-बार सवाल उठाते हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अमित शाह बड़ा तड़ीपार तो पप्पू यादव नहीं है जब आप लोगों के घर में कोई बीमार होगा पटना के हॉस्पिटल में जाइएगा तब समझ में आएगा पप्पू यादव कि अहमियत। श्री सिंह ने सरकार से अविलम्ब पप्पू यादव को रिहा करने की मांग की अन्यथा पूरे बिहार के आम अवाम और पार्टी कार्यकर्ता चुप नही बैठेगी जिसका खामियाजा इस मौजूदा दोगली सरकार को भुगतनी पड़ेगी।