दरभंगा। बदन पर काले कपड़े, चेहरे पर मास्क को अपना ट्रेड मार्क बना चुकीं प्लुरल्स पार्टी की सुप्रीमो पुष्पम प्रिया चौधरी को नीतीश कुमार के कट्टर विरोधियो में गिना जाता है. नीतीश कुमार के कार्यकाल से लेकर उनके शासन पर सवाल उठाने के बाद ही पुष्पम राजनीति में आई थीं लेकिन हर कोई इस बात को लेकर इंतजार कर रहा था कि जब सीएम नीतीश कुमार और पुष्पम प्रिया की मुलाकात कभी होगी तो क्या होगा क्योंकि पुष्पम के पिता जदयू के पूर्व MLC रह चुके थे.
बुधवार को आखिरकार नीतीश कुमार और पुष्पम प्रिया आमने-सामने हुए. LNMU के प्रोफेसर रहे,वरिष्ठ समाजशास्त्री विनोद कुमार चौधरी के श्राद्ध में शामिल होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद पटना से चलकर दरभंगा पहुंचे जहां शोकाकुल परिवार से उन्होंने मुलाकात की. उन्होंने विनोध चौधरी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. पुष्प अर्पित करने के बाद वो उनकी पत्नी डॉ सरोज चौधरी एवं प्लुरल्स पार्टी की सुप्रीमो पुष्पम प्रिया चौधरी और बड़ी बेटी के साथ-साथ परिवार के अन्य लोगों से भी मिले.
जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर के अंदर परिवार के बीच पहुंचे तो सिर्फ परिवार के सदस्यों के अलावा संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी,और जदयू नेता अली अशरफ फातमी मौजूद थे. इस पल की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा थी कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने पुष्पम प्रिया चौधरी होंगी तो क्या माहौल और चर्चा होगी.
बंद कमरे से बाहर सूत्रों के हवाले से खबर आई उसकी मानें तो ठीक मुख्यमंत्री के सामने पुष्पम प्रिय चौधरी बैठी थीं और उनके चेहरे पर मास्क भी था. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद तीन बार पुष्पम प्रिया चौधरी को अपने चेहरे पर से मास्क हटाने को भी कहा लेकिन पुष्पम प्रिया चौधरी ने मुख्यमंत्री की बात नहीं मानी और अपने लिए प्रण कि बिहार की सत्ता से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाने के बाद ही चेहरा दिखाउंगी पर अड़ी रहीं.
हम आज भी नीतीश कुमार के खिलाफ है – पुष्पम प्रिया चौधरी
पूर्व विधान पार्षद दिवंगत विनोद चौधरी की बेटी और प्लूरल्स पार्टी की सुप्रीमो प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि दादा जी उमा कांत चौधरी के बहुत ही करीबी मित्र थे. हमारे पिता जी से नीतीश कुमार के पारिवारिक संबंध थे. इसी नाते आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके आवास पर शोक व्यक्त करने पहुंचे थे.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पुष्पम प्रिया ने कहा कि हमारा उनके घर से पारिवारिक संबंध अपनी जगह है. लेकिन हम आज भी राजनीतिक रूप से नीतीश कुमार के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक बातें करने का समय नहीं है.
दोनों व्यक्तियों का बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है’
पुष्पम प्रिया ने कहा कि मेरे पिता जी काफी दिनों से राजनीति कर रहे थे. उन्होंने विश्विद्यालय की राजनीति की। फिर उन्होंने इंदिरा गांधी के साथ राजनीति की. फिर नीतीश कुमार जी ने नई पार्टी बनाई तो उनके साथ जुड़कर भी राजीनीति की थी. उन्होंने मिथिलांचल की पहली सीट जदयू से जीती थी. दोनों व्यक्तियों का बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है. अंतिम समय तक जदयू में रहे.