डेस्क: नेता विपक्ष तेजस्वी यादव रविवार को छपरा और गोपालगंज के दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों का हाल जाना। बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं पूछी और सरकार से हरसंभाव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। लोगों ने बताया कि बाढ़ में उनका सब कुछ बह गया है। खाने के लाले पड़े हैं। तेजस्वी लोगों के साथ नदी किनारे भी पहुंचे जहां लोगों ने बताया कि उस पार उनका घर था जो बाढ़ में बह गया।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में 16 जिलों के 130 प्रखंडों में 81 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। बिहार सरकार कुंभकर्ण की नींद में सो रही है। पीड़ित लोग यह बता रहे हैं कि राहत और मदद के नाम पर खुला लूट हो रहा है। 40 लाख श्रमिक मजदूर और 81 लाख बाढ़ प्रभावित लोग त्राहिमाम कर रहे हैं लेकिन मजाल है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नींद टूट जाए।
नेता विपक्ष ने आरोप लगाया कि छपरा और गोपालगंज में बाढ़ पीड़ित परेशान हैं लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है। कई जगह राजद कार्यकर्ता लालू रसोई के माध्यम से गरीबों को भोजन करा रहे हैं। जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री जनादेश को गिरवी रख दिया उससे जनकल्याणकारी कार्य की अपेक्षा कैसे की जा सकती है। सिर्फ चुनाव के वक्त सरकार को गरीबों की याद आती है।
तेजस्वी के दौरे पर भाजपा का तंज तेजस्वी के छपरा और गोपालगंज दौरे पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि तेजस्वी इतने दिन कहां थे और क्या कर रहे थे किसी को नहीं पता। चुनाव करीब है तो गरीबों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। चुनाव खत्म होते ही पता नहीं कहां चले जाते हैं। पार्टी के लोगों को भी नहीं पता रहता कि तेजस्वी कहां हैं।