पटना. पटना में चार साल के बच्चे के साथ सफर कर रही एक महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. राजस्थान के कोटा की रहने वाली और मूल रूप से मोतिहारी जिले की निवासी महिला को पहले तो नशाखुरानों ने अपने कब्जे में लिया फिर सारा सामान लूटने के बाद उसके साथ गैंगरेप भी किया. पीड़िता के बयान पर राजधानी पटना की फतुहा पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दरियापुर उसफ़ा निवासी पंकज और सोतीचक निवासी सोनू उर्फ विमल नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
दो अन्य फरार आरोपियों संतोष कुमार और मनी कुमार की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सघन छापेमारी अभियान में जुटी है. बताया जाता है कि मोतिहारी जिले की मूल निवासी महिला अपने पति के साथ राजस्थान के कोटा में रहती है. देर शाम वो अपनी 4 वर्षीय बच्ची के साथ पटना पहुंची, जहां स्टेशन से बाहर निकलते ही नशाखुरानों के चंगुल में फंस गई. ऑटो सवार नशाखुरानी गिरोह के सदस्य उसे ऑटो में बिठा कर एक सुनसान जगह ले गए. नशाखुरान महिला को गौरीचक थाना क्षेत्र के सुडीहा के समीप एक सुनसान गोदाम ले गए और उससे 20 हजार नगद, मोबाइल और अन्य सामान छीन लिया.
पैसे और सामान छीनने के बाद नशाखुरानों ने बारी-बारी से उसके साथ गैंगरेप किया. सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद दुष्कर्मियों ने महिला और उसकी बच्ची को एक बाइक पर बिठाया और उसे फतुहा फोरलेन ओवर ब्रिज के पास छोड़ दिया. अहले सुबह पुलिस ने बदहवास स्थिति में महिला को बरामद किया जिसके बाद थाने पहुंचकर पीड़ित महिला ने पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया. शुरू में पुलिस सामूहिक दुष्कर्म की घटना को सिरे से नकारती रही.
मीडिया कर्मियों द्वारा पूरे मामले पर पूछे जाने पर फतुहा थानाध्यक्ष, फतुहा डीएसपी और ग्रामीण एसपी भी सामूहिक दुष्कर्म की घटना को सिरे से नकारते रहे लेकिन महिला द्वारा इस संबंध में फतुहा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. घटना में संलिप्त दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सघन छापेमारी अभियान में जुटी है. पुलिस पीड़ित महिला का मेडिकल जांच कराने के बाद कोर्ट में उसका 164 का बयान भी दर्ज करवाएगी.