मोतिहारी। जन अधिकार पार्टी के पूर्व प्रत्याशी श्री अभिजीत सिंह की ढाका विधानसभा के स्वास्थ्य विभाग की “पोल खोल प्रेस वार्ता’ का परिणाम है कि पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन साहब ने माना कि ढाका विधानसभा के अंतर्गत 34 स्वास्थ एवं उप स्वास्थ्य केंद्र है जो कि बंद पड़े है। साथ ही आज सिविल सर्जन ने पत्र के माध्यम से उन सारे स्वास्थ्य केंद्र को पुनः चालू करने की दिशा निर्देश जारी कर कहा है कि अविलंब 34 स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों को बहाल कर स्वास्थ्य सुविधा शीघ्र शुरू की जाएगी।
इस बाबत श्री अभिजीत सिंह ने सिविल सर्जन का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहां की मैं इसी प्रकार से अपने विधानसभा के अंतर्गत आने वाले समस्याओं को आगे भी जोरदार तरीके से उठाता रहूंगा।
हालाकि इस पत्र में यहां के जनप्रतिनिधि ने अपने पद का इस्तेमाल कर अपना नाम जुड़वाने का भी काम किया है। जबकि प्रतिलिपि में उनका नाम ही नहीं है । यानी चोर के दाढ़ी में तिनका। ढाका में भी सारण एंबुलेंस प्रकरण जैसा ही कार्य BJP के जनप्रतिनिधि द्वारा किया गया। यानी जब आप इनकी नाकामयाबी उजागर कर देंगे तब ये नींद से जागेंगे और अपनी साख बचाने के लिए आनन फानन में पिछले तारिक का पत्र जारी कर सफाई देना शुरू कर देंगे।
श्री अभिजीत सिंह ने 25 मई को हल्ला बोल पोल खोल स्वास्थ विभाग कार्यक्रम के तहत ढाका विधानसभा के अंतर्गत आने वाले कई स्वास्थ्य एवं उपस्वास्थ्य केंद्रों की बदहाल स्थिति को वीडियो और फोटो ग्राफ के द्वारा ग्राउंड जीरो से सार्वजनिक करने का काम किया था। जिसका परिणाम है 29 मई को सिविल सर्जन के पत्र संख्या 461 से इस बात की पुष्टि हो गई कि हल्ला बोल पोल खोल कार्यक्रम के तहत श्री सिंह ने जो बातें रखी थी, वह सत्य है। एवं श्री सिंह ने कहा कि 72 घंटे के अंदर सिविल सर्जन के पत्र का परिणाम नहीं आता है, तो पुनः स्वास्थ्य विभाग की समस्याओं को उजागर करेंगे।
उन्होंने अपनी पूर्व की मांग को दोहराते हुए ढाका और घोड़ासहन में एंबुलेंस तथा ऑक्सीजन की फ्लो मीटर की कमी एवं दवाओं की समस्याओं पर भी सिविल सर्जन से अनुरोध किया इस पर भी संज्ञान लें एवं इन व्यवस्थाओं को भी अविलंब बहाल किया जाए । उन्होंने मांग की कि ढाका में दो, घोड़ासहन में दो , पचपकरी में एक तथा चैनपुर में एक एंबुलेंस की व्यवस्था अनिवार्य है। इन सारी समस्याएं का निदान भी अनिवार्य है।
श्री अभिजीत सिंह ने जन अधिकार पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को हल्ला बोल पोल खोल कि इस छोटी सी कामयाबी के लिए बधाई दी साथ ही साथ 72 घंटे के बाद की लड़ाई के लिए भी रणनीति बनाने का दिशा निर्देश दिया।
घोड़ासहन प्रखंड अध्यक्ष रामबाबू यादव, ढाका प्रखंड अध्यक्ष रामप्रवेश यादव, जिला छात्र अध्यक्ष आकाश सिंह, ढाका अनुमंडल प्रभारी पवन सिंह, जिला सचिव रामचंद्र सिंह, प्रखंड सचिव नरेश राम, अनिल शर्मा हरिंदर राम, जोगिंदर पासवान, हरीश मियां, छात्र नेता भाई तबरेज, संजय सिंह, मुर्तुजा कुशवाहा, प्रदीप पटेल, अंकुश जायसवाल लक्ष्मी तिवारी पुलकित गुप्ता आदि मौजूद रहे।