मोतिहारी । शिव शिष्य हरीन्द्रानन्द फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित शिव शिष्यता की जननी राजमणि दीदी नीलम आनन्द जी के 71 वीं जन्मदिवस पर शिव मंदिर जीवधरा में शिव गुरु चर्चा व वृषारोपण कार्यक्रम गुरुवार को सम्पन्न हुई। शिव शिष्य भाई मुन्ना जी ने जन्मदिन समारोह को सम्बोधित कर कहा कि भगवान शिव की शिष्यता को सम्पूर्ण भारतवर्ष में स्थापित करने वाली इस कालखंड की प्रथम शिव शिष्या राजमणि दीदी नीलम आनन्द जी ने सन 1980 के दशक से बिहार के मधेपुरा जिला से श्री हरीनान्द जी के साथ लोगो को शिव का शिष्य बनने की प्ररेणा देती रही।
प्रारंभिक दिनो में भगवान शिव की शिष्यता के प्रभाव से लोग परिचित नही थे। दीदी नीलम आनंद जी ने अपने आध्यामिक शक्ति से कितने शिव शिष्यों के जीवन में चमत्कार किए। जिसके फलस्वरुप आज भारतवर्ष ही नही अपितु नेपाल सहित 20 देश में शिव की शिष्यता यथार्थ में परिलक्षित हो रही है। इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने भी भगवान शिव के गुरु स्वरूप की चर्चा की व शिव शिष्यता की जननी दीदी नीलम आनंद के जीवन पर प्रकाश डाला।
101 वृक्ष को गोद लेकर लिया पर्यावरण संरक्षण का प्रण
दीदी नीलम आनंद के जन्मदिन के मौके पर इस दौरान शिव शिष्यों ने पर्यावरण संरक्षण का भी प्रण लिया। इस दौरान 101 आम का पौधा शिव शिष्यों को दिया गया, इस दौरान शिष्यों ने प्रण लिया की दीदी की यादें इस पेड़ से जुड़ेगी, युग-युग तक यह पेड़ संरक्षित रहेगा। इस दौरान शिव शिष्य शिव शंकर सिंह, बबन सिंह, रामाधार प्रसाद , उमेश, रमेश, सुधा ठाकुर सहित सैकड़ों शिव शिष्य मौजूद रहे।