जगदीशपुर। शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर जगदीशपुर, “प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ” कि ओर से केंद्र व राज्य सरकार के विरोध में शांतिपूर्वक कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। इसको लेकर जगदीशपुर नगर स्थित ऐतिहासिक वीर कुंवर सिंह किला परिसर से कैंडल मार्च निकाली गई, जो वीर कुंवर सिंह प्रतिमा के समक्ष पहुंचकर एक सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक आलोक भारद्वाज व वीरेंद्र सिंह ने कहा कि आरटीई के तहत 25% बच्चों को प्राइवेट विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा दिया जाता है, जबकि सरकार की ओर से वार्षिक शुल्क मिलता है। किंतु कई वर्षों से यह शुल्क विद्यालयों को नहीं मिल रहा है। द्वय ने बताया कि वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से बच्चों का पठन-पाठन अवरूध है, जबकि सरकारी और गैर-सरकारी कार्य बिना सामाजिक दूरी बनायें हुए बेधड़क हो रहा है। चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। बैठक व प्रचार-प्रसार का दौर जारी है। सरकारी विद्यालयों में नामांकन हो रहे हैं। बड़ी-बड़ी परीक्षाएं हो रही है। परीक्षाओं के लिए ट्रेन-बसे खुल गई है। किंतु प्राइवेट विद्यालयों पर अंकुश है, जबकि चुनाव में प्राइवेट विद्यालयों के वाहनों के इस्तेमाल के लिए लेटर भी मिल रहे हैं। आज निजी विद्यालयों के शिक्षकों की स्थिति सबसे दयनीय हो चुकी है, जबकि सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इस दौरान शिक्षकों ने राज्य के सीएम नीतीश कुमार से प्राइवेट स्कूलों के बचाव के लिए आर्थिक पैकेज और राहत देने की मांग की।
इस मौके पर जगदीशपुर जेपीएस स्कूल, बाल विकास विद्यालय, माउंट कार्मेल एकेडमी, आरपीएस विद्यालय, एवरग्रीन पब्लिक स्कूल, एमपीएस, द विंग्स एकेडमी, लोटस वैली, आर्यन पब्लिक स्कूल, आवासीय बाल शिक्षा निकेतन, आइडियल एकेडमी, सनबीम, द फोड़ ब्रिज, टाउन स्कूल नेशनल गर्ल्स स्कूल, लिटिल विंग्स स्कूल, सी एल वी, इंडियन मिशन, जेएन एकेडमी सहित अन्य विद्यालय के संचालकों व शिक्षकों ने भाग लिया।