पटना। बिहार के पूर्व सीएम भोला पासवान
शास्त्री का परिवार लॉकडाउन में दाने-दाने को मोहताज हो गया है। बता दे कि मजदूरी
करके कमाने खाने वाले इस परिवार के 25
सदस्य हैं। लेकिन इनमें से सिर्फ एक व्यक्ति के
पास ही राशन कार्ड है। खबर सामने आने के बाद आरजेडी नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री
तेजस्वी यादव ने पूर्व सीएम भोला पासवान के परिवार की मदद के लिए आगे आए।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया से खबर मिली कि 60 के दशक में
बिहार के CM रहे स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री जी का परिवार लॉकडाउन के दौरान खाने
के दाने-दाने को मोहताज है। परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
तुरंत परिवार से बात कर 1 लाख रु की आर्थिक सहायता और पर्याप्त राशन पहुंचाया।पूर्व सीएम भोला
पासवान शास्त्री का निधन तीन दशक पहले ही हो गया था। जबकि उनकी अपनी कोई संतान
नहीं थे। लेकिन उनके भतीजे बिरंचि पासवान को ही वह अपना बेटा मानते थे।
बता दें कि भोला पासवान शास्त्री बिहार के
पहले दलित मुख्यमंत्री थे। जो कि 60
के दशक में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने
थे। जबकि 1968 में उन्होंने पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री का पद का शपथ लिया था। जिसके
बाद दोबारा 1969 में और तीसरी बार 1971 में वे फिर सीएम बने थे। भोला पासवान शास्त्री केंद्रीय मंत्री राज्यसभा
में नेता प्रतिपक्ष एवं 4 बार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने गए थे। जबकि इनकी पहचान इनकी सादगी
कर्मठता और इनकी ईमानदारी है। इनका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब इनकी
मृत्यु हुई थी, तब उनके परिवार को इनके अंतिम संस्कार के लिए भी चंदा इकट्ठा करना पड़ा
था। बता दें कि मजदूरी करके कमाने खाने वाले इस परिवार के 25 सदस्य हैं।
लेकिन इनमें से सिर्फ एक व्यक्ति के पास ही राशन कार्ड है। जिसका असर यह है कि
बिरंचि के तीन बेटे समेत परिवार की बहू एवं बच्चों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई
है।