पटना. तीन माह बाद बिहार विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं। दूसरी ओर राज्य में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसी स्थिति में राजद और लोजपा चुनाव नहीं चाहती हैं। तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर विधानसभा चुनाव स्थगित करने की मांग की। अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि मैं लाशों पर चुनाव कराने वाला अंतिम व्यक्ति बनूंगा। अगर नीतीश कुमार यह स्वीकार करते हैं कि कोरोना अभी भी संकट है तो चुनाव को स्थगित किया जा सकता है। स्थिति ठीक होने पर चुनाव कराया जाए। अगर वह यह सोचते हैं कि कोरोना कोई समस्या नहीं है तो चुनाव निश्चित रूप से परंपरागत तरीकों से कराया जाना चाहिए।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह ने कहा है कि राजद फर्जी तरीके से राज्य में चुनाव नहीं होने देगा। चुनाव आयोग को भले ही अधिकार है कि वह चुनाव कराए, लेकिन राजद परंपरागत चुनाव के बगैर चुनाव में नहीं जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण राज्य में हालात बेकाबू हैं। ऐसे में चुनाव कैसे हो पाएगा? हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की तैयारी सभी 243 विधानसभा सीटों पर है।
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने कहा कि चुनाव आयोग को इस विषय पर सोच कर निर्णय लेना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि चुनाव के कारण एक बड़ी आबादी को खतरे में झोंक दिया जाए। इस महामारी के बीच चुनाव होने पर मतदान प्रतिशत भी काफी नीचे रह सकता है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।