सिकरहना: (अब्दुस्समद) ढ़ाका प्रखण्ड के तमाम क्वारंटाइन सेंटर से निरंतर अनियमितता की शिकायत और भ्रष्टाचार की सूचनाएं मिल रही थी। ढ़ाका विधानसभा क्षेत्र का निर्वाचित प्रतिनिधि होने के नाते सेंटर का निरीक्षण करना शिकायतों पर संज्ञान लेना मेरा कर्तव्य बन जाता है। मैं इसी क्रम में ढ़ाका के सभी क्वारंटाइन सेन्टरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान चारों तरफ़ अनियमितता और भ्रष्टाचार पाया। इसलिए इस अनियमितता के विरुद्ध अपने साथियों के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने साथियों के साथ स्थानीय ढ़ाका गाँधी चौक पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये।
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी पर कारवाई के बाद एवं 2 दिनों के अंदर सभी क्वारंटाइन सेंटर पर सभी सुविधा मुहैया कराने के आश्वाशन पर कल शाम को धरना समाप्त कर दिया था। मैं एक तरफ ग़रीब-मज़दूरों के हक़ और बेहतर सुविधा के लिए लड़ रहा था, लेकिन दूसरी तरफ़ मज़दूर विरोधी दल भाजपा नेताओ ने मेरे विरुद्ध साज़िश रच रहे थे। भाजपा नेताओं के दबाव में पूर्वी चम्पारण जिलाधिकारी ने बिना परमिशन के वाहन प्रयोग करने और धरना देने के लिए मेरे विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। मैं ग़रीब-मज़दूरों का प्रतिनिधि हूँ अगर ग़रीब-मज़दूरों की आवाज़ उठाने के लिए मुझें जेल जाना पड़े तो भी तैयार है। लेकिन अगर क्वारंटाइन सेंटर में भ्र्ष्टाचार को समाप्त कर पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी जाती है तब हम चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।